Aaj Ka Panchang 05 July 2025: अभिजीत मुहूर्त से लेकर गोधूलि मुहूर्त तक व्यापार में सफलता प्राप्ति के लिए देखें आज का पंचांग, बन रहे हैं शुभ योग

आइए इस लेख में आज यानी कि 05 जुलाई शनिवार का दिन है। इस दिन विशेष रूप से शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में स्थित शनिदोष से छुटकारा मिल सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
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हिंदू पंचांग के अनुसार आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के साथ इस दिन की शुरूआत हो रही है। साथ ही सिद्ध योग बन रहा है और स्वाति नक्षत्र है। ज्योतिष गणना के हिसाब से इस दिन चंद्रमा तुला राशि में ही मौजूद है। आज शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने के साथ-साथ उपायों और मंत्रों का जाप करना का भी विधान है। अब ऐसे में आज शनिवार के दिन किस मुहूर्त में काम करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

आज का पंचांग 05 जुलाई 2025

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तिथि नक्षत्र दिन/वार योग करण
शुक्ल पक्ष की दशमी स्वाति नक्षत्र शनिवार सिद्ध योग गर और वणिज

आज सूर्य और चंद्रमा का समय 05 जुलाई 2025

सूर्योदय सुबह 5 बजकर 50 मिनट से लेकर
सूर्यास्त शाम 7 बजकर 12 मिनट तक
चंद्रोदय प्रात: 01 बजकर 46 मिनट से लेकर
चंद्रास्त सुबह 01 बजकर 11 मिनट तक

आज का शुभ मुहूर्त और योग 05 जुलाई 2025

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 14 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 02 मिनट तक
अमृत काल सुबह 10 बजकर 05 मिनट से लेकर सुबह 11 बजकर 48 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 15 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक
निशिता मुहूर्त रात 12 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 46 मिनट तक
संध्या मुहूर्त शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 21 मिनट तक

आज का अशुभ मुहूर्त 05 जुलाई 2025

राहु काल सुबह 09 बजकर 10 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 51 मिनट तक
गुलिक काल सुबह 05 बजकर 50 मिनट से लेकर 07 बजकर 30 मिनट तक
यमगंड दोपहर 02 बजकर 11 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 52 मिनट तक
दिशाशूल उत्तर दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें।
दुर्मुहूर्त सुबह 07 बजकर 37 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 30 मिनट तक

आज पर्व और त्योहार 05 जुलाई 2025

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पंचांग के हिसाब से आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन विशेष रूप से शनिदेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही इस दिन दान-पुण्य विशेष रूप से करें।

आज शनिवार के उपाय 05 जुलाई 2025

  • हर शनिवार को शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक में थोड़ा काला तिल भी डाल सकते हैं। इसके साथ ही, शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करें और उनकी आरती उतारें। यह शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे सीधा और प्रभावी तरीका है।
  • शनिवार की सुबह स्नान के बाद पीपल के पेड़ के पास जाएं। पीपल की जड़ में जल अर्पित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। पीपल के पेड़ की 7 या 11 बार परिक्रमा करें। ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में शनि देव का वास होता है, और इस उपाय से शनि की कृपा प्राप्त होती है।
  • शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए "ॐ शं शनैश्चराय नमः" या "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र जाप शनि के अशुभ प्रभावों को कम करने में सहायक होता है और मन को शांति प्रदान करता है।
  • शनिवार के दिन काले तिल, काली उड़द की दाल, सरसों का तेल, काला कपड़ा, कंबल, लोहा, जूते-चप्पल जैसी चीजों का दान करें। यह दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति या गरीब को करें। दान करने से शनिदेव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और आपकी परेशानियों को कम करते हैं।
  • हनुमान जी और शनि देव के बीच गहरा संबंध है। शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें या सुंदरकांड का पाठ करें। हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव भी प्रसन्न होते हैं और शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती है।
  • शनिवार के दिन काले कुत्ते को सरसों का तेल लगाकर रोटी खिलाएं। ऐसा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोषों का प्रभाव कम होता है।

आज शनिवार के खास मंत्र 05 जुलाई 2025

  • ओम निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
  • छायामार्तण्ड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
  • ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
  • ओम भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोदयात्।
  • नमः कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च।
  • नमः कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नमः॥

05 जुलाई 2025 आज के पंचांग का महत्व

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आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन शनिदेव की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि शनिदेव की पूजा करने से कुंडली में स्थित शनिदोष से छुटकारा मिल सकता है और उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।

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Image Credit- HerZindagi

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FAQ

  • शनिदेव का प्रसाद कौन सा होता है?

    शनिदेव कर्मों का त्वरित फल देने वाले देवता हैं। इस दिन आप शनिदेव को गुड़-चना, तेल में बनें पकवान, मालपुएं, काली दाल की खिचड़ी आदि का भोग लगा सकते हैं।
  • शनिदेव किसका अवतार है?

    शनि को कृष्ण का अवतार माना जाता है, ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार जहाँ कृष्ण कहते हैं कि वे "ग्रहों में शनि" हैं।