सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। यूं तो हर सोमवार बहुत शुभ माना जाता है, लेकिन आज यानी कि 23 जून 2025 का सोमवार इसलिए विशेष है क्योंकि आज के दिन सोमवार पर प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि दोनों एक साथ पड़ रही हैं। ऐसे में आज के दिन पूजा से लेकर शुभ कामों तक के लिए कई खास मुहूर्त हैं जिन्हें आप ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स द्वार बताये गए चौघड़िया मुहूर्त के माध्यम से जा सकते हैं। तो चलिए देखते हैं 23 जून 2025 का दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त।
आज का चौघड़िया मुहूर्त 23 जून 2025 (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
अमृत (सर्वोत्तम) | सुबह 05:24 बजे से सुबह 07:10 बजे तक |
काल (अशुभ) | सुबह 07:10 बजे से सुबह 08:56 बजे तक |
शुभ (उत्तम) | सुबह 08:56 बजे से सुबह 10:42 बजे तक |
रोग (अशुभ) | सुबह 10:42 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
अमृत (सर्वोत्तम): 'अमृत' यानी अमरता या सर्वोच्च शुभता। यह दिन का सबसे शुभ और सर्वोत्तम मुहूर्त माना जाता है। सभी प्रकार के महत्वपूर्ण और मांगलिक कार्यों, जैसे नए व्यवसाय की शुरुआत, गृह प्रवेश, नींव रखना, महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करना या कोई भी ऐसा काम जिसमें स्थायी सफलता और अच्छे परिणाम चाहिए हों उनके लिए यह समय बेहद अनुकूल है।
काल (अशुभ): यह मुहूर्त अशुभ माना जाता है। 'काल' मृत्यु, बाधा या हानि का प्रतीक है। इस समय में कोई भी नया या शुभ कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। इस दौरान यात्रा भी वर्जित होती है, और यदि बहुत आवश्यक न हो तो महत्वपूर्ण निर्णय लेने से भी बचना चाहिए।
शुभ (उत्तम): यह मुहूर्त भी शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है। खासकर धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ, दान-पुण्य या कोई ऐसा कार्य जिसमें पवित्रता और सकारात्मकता की आवश्यकता हो, उनके लिए यह समय उत्तम है। यह अमृत के बाद दूसरा सबसे अच्छा मुहूर्त होता है।
रोग (अशुभ): यह मुहूर्त अशुभ होता है और इसमें किसी भी नए कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। 'रोग' का अर्थ बीमारी या बाधा है। इस समय में यात्रा करने, वाद-विवाद में पड़ने या ऐसे कार्य जिनसे परेशानी उत्पन्न हो सकती है उनसे दूर रहना चाहिए।
23 जून 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
उदवेग (अशुभ): दोपहर 12:28 बजे से दोपहर 02:14 बजे तक। यह भी एक अशुभ मुहूर्त है। 'उद्वेग' का अर्थ है चिंता, घबराहट या परेशानी। इस समय में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने या नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। यह मानसिक अशांति और तनाव का कारक हो सकता है।
चर (सामान्य): दोपहर 02:14 बजे से शाम 04:00 बजे तक। यह एक सामान्य शुभ मुहूर्त है न बहुत अच्छा न बहुत बुरा। 'चर' का अर्थ है गतिशील। यह यात्रा और उन कार्यों के लिए उपयुक्त है जिनमें गति या स्थानांतरण शामिल हो जैसे वाहन खरीदना या किसी यात्रा की शुरुआत करना।
लाभ (शुभ): शाम 04:00 बजे से शाम 05:46 बजे तक। यह मुहूर्त 'लाभ' यानी फायदे से जुड़ा है। यह धन से संबंधित कार्यों, नए व्यापार की शुरुआत, लेन-देन, और ऐसे सभी कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है जिनसे आपको आर्थिक या किसी अन्य प्रकार का लाभ मिलने की संभावना हो। इसे काफी अच्छा मुहूर्त माना जाता है।
अमृत (सर्वोत्तम): शाम 05:46 बजे से शाम 07:23 बजे तक। यह दिन का अंतिम चौघड़िया है और फिर से 'अमृत' मुहूर्त है। यह भी सभी शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है विशेषकर वे कार्य जो सूर्यास्त से ठीक पहले पूरे करने हों।
आज रात का चौघड़िया मुहूर्त 23 जून 2025 (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
चर (सामान्य) | शाम 07:23 बजे से रात 08:52 बजे तक |
रोग (अशुभ) | रात 08:52 बजे से रात 10:21 बजे तक |
काल (अशुभ) | रात 10:21 बजे से रात 11:50 बजे तक |
लाभ (शुभ) | रात 11:50 बजे से अगली सुबह 01:19 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
चर (सामान्य): यह 'चर' मुहूर्त है, जिसका अर्थ है गतिशील या सामान्य शुभता। यह यात्रा करने या ऐसे कार्यों के लिए उपयुक्त है जिनमें गति या बदलाव शामिल हो। यह न तो बहुत शुभ होता है और न ही बहुत अशुभ, बल्कि एक मध्यमार्गी समय है।
रोग (अशुभ): यह मुहूर्त अशुभ माना जाता है। 'रोग' का अर्थ बीमारी, बाधा या परेशानी है। इस दौरान कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह कार्यों में अड़चन या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बन सकता है।
काल (अशुभ): यह मुहूर्त भी अशुभ होता है। 'काल' मृत्यु, हानि या गंभीर बाधाओं का प्रतीक है। इस समय में कोई भी शुभ कार्य या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए। यदि संभव हो तो वाद-विवाद और ऐसे कार्यों से भी दूर रहें जिनसे नकारात्मक परिणाम आ सकते हैं।
लाभ (शुभ): यह मुहूर्त 'लाभ' यानी फायदे और वृद्धि से जुड़ा है। यह धन से संबंधित कार्यों, लेन-देन, या उन सभी कामों के लिए अच्छा माना जाता है जिनसे आपको आर्थिक या किसी अन्य प्रकार का लाभ मिलने की संभावना हो। रात में कोई व्यवसायिक योजना बनाने के लिए यह समय अनुकूल हो सकता है।
23 जून 2025 रात के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
उदवेग (अशुभ): अगली सुबह 01:19 बजे से अगली सुबह 02:48 बजे तक। 'उद्वेग' का अर्थ है चिंता, घबराहट या मानसिक अशांति। यह भी एक अशुभ मुहूर्त है। इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने या नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। यह समय तनाव और बेचैनी को बढ़ा सकता है।
शुभ (उत्तम): अगली सुबह 02:48 बजे से अगली सुबह 04:17 बजे तक। यह मुहूर्त शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ, ध्यान या ऐसे कार्य जिनमें पवित्रता और सकारात्मकता की आवश्यकता हो, उनके लिए यह समय अच्छा है। यह अमृत के बाद दूसरा सबसे अच्छा मुहूर्त होता है।
अमृत (सर्वोत्तम): अगली सुबह 04:17 बजे से अगली सुबह 05:24 बजे तक। यह रात का अंतिम चौघड़िया है और सबसे शुभ 'अमृत' मुहूर्त है। यह सभी प्रकार के महत्वपूर्ण और शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, खासकर वे कार्य जो रात के अंतिम प्रहर में किए जाते हों और जिनमें स्थायी सफलता या अच्छे परिणाम की उम्मीद हो।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों