हनुमान जी के परिवार के बारे में कम ही लोगों को पता होगा। ऐसे में आज हम आपको ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गईं जानकारी के आधार पर हनुमान जी के शादीशुदा भाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं।
हनुमान जी के भाइयों का रहस्य
हनुमान जी के बारे में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आज भी रहस्मयी तौर पर सबसे से छुपी हुई हैं। इन्हीं में से एक है हनुमान जी के भाई से जुड़ी कथा जो ब्रह्मांड पुराण में वर्णित है।
विवाहित हैं हनुमान जी के भाई
हनुमान जी के पांच भाई हैं जो जन्म के बाद ही उनमें एकाकार हो गए थे। राम काज के बाद हनुमान जी के शरीर से अलग होकर बजरंगबली को छोड़ सभी भाइयों ने विवाह कर अपना संसार बसाया था।
मतिमान
मतिमान बुद्धि, विवेक और ज्ञान का प्रतीक हैं जो हनुमान में ही विद्यमान हैं। हनुमान जी ने अपने इन्हीं भाई के बल पर प्रभु भक्ति और भगवान का स्थान पाया।
श्रुतिमान
श्रुतिमान का अर्थ है तीव्र श्रोता। हनुमान जी में विद्यमान उनके इन्हीं भाई के बल पर वह दूर-दूर तक हो रही हलचल भी सुन लेते थे।
केतुमान
केतुमान का अर्थ है जिसके आधीन ध्वजा हो और तेजस्वी व्यक्तित्व हो। हनुमान जी में उनके यह भाई भी व्यिद्यमान थे, हनुमान जी के भीतर तेज इन्हीं से आया।
गतिमान
गतिमान यानी कि जिसकी गति का कोई आंकलन ही न कर सके। हनुमान जी की गति भी वायु से तेज थी जिसके पीछे के कारण थे उनमें ही स्थित उनके भाई गतिमान।
धृतिमान
धृतिमान का अर्थ है धैर्य रखने वाला। हनुमान जी में बहुत धैर्य था जो राम काज में अत्यंत सहायक साबित हुआ। धृतिमान से ही हनुमान जी में धैर्य का संचार हुआ।
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