अगर किसी लड़की की उम्र 28 पार हो जाए तो उसके घर वालों को बहुत चिंता होने लगती है। ये हाल आज के समय का भी है जब लड़कियों को इंडिपेंडेंट माना जाता है और आपके घर वालों से ज्यादा तो रिश्तेदारों को चिंता होने लगती है। ये मैं बता सकती हूं क्योंकि मेरे साथ भी यही हुआ है। मेरा नाम अंकिता इंदापुरकर है और मैं 8 साल से जॉब कर रही हूं पर अभी शायद समाज के हिसाब से मैं पूरी नहीं हूं। ये लेख लिखने से पहले मेरे अंदर बहुत से इमोशन्स भरे हुए थे क्योंकि खुद करियर में तरक्की कोई मायने नहीं रखती है अगर आपकी शादी नहीं हुई है।
शादी को लेकर इस तरह की बातें होती आई हैं कि मुझे ये समझ नहीं आता कि आज तक मैंने कुछ अचीव भी किया है या नहीं। शादी नहीं हुई तो मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर सबसे पहले आपकी प्रोफाइल बनाई जाती है और ऐसे में आपको बहुत कुछ देखना होता है। आपकी 10 अलग-अलग तरह की तस्वीरें साइट पर दिखाई जाती हैं जैसे ये कोई ऑनलाइन शॉपिंग प्रोडक्ट हो। आपकी सैलरी से लेकर खाने में क्या पसंद है और किस चीज़ को आप पसंद नहीं करती हैं इसके बारे में जानकारी ले ली जाती है।
पर मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर अधिकतर क्या होता है ये मैं आपको बताती हूं।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट आपके कॉन्फिडेंस पर असर डाल सकती हैं
जहां तक मैंने इन्हें समझा और जाना है मैं ये कह सकती हूं कि ये वेबसाइट्स पूरी तरह से सही नहीं होती हैं और अगर आपकी प्रोफाइल इनमें है तो आपने इसमें कुछ ना कुछ जरूर नोटिस किया होगा-
- आपके पास रोजाना 10 से ज्यादा प्रपोजल आए होंगे
- आपको रोज़ाना उन्हें अपने बारे में बताना होगा
- रोजाना आपके लुक्स को एनालाइज किया जाएगा
- अगर घर पर कोई लड़का देखने आता है तो लड़की को किसी एक दिन तैयारी करनी होती है लेकिन मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए आपको रोज़ाना ये करना होता है
- आपके रिश्तेदार और परिवार वाले भी आपकी प्रोफाइल में रोज़ाना इंटरेस्ट लेंगे और आपको रोज़ाना एक काम की तरह उन्हें अपडेट देना होगा

मैं जानती हूं कि लोगों को आजकल इन्हीं वेबसाइट्स से अपने पार्टनर मिल रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उनका पूरा एक्सपीरियंस सही ही होता है। मैं और मेरे जैसी कई ऐसी लड़कियां हैं जिन्हें रोज़ाना रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है और वो भी बहुत अजीब कारणों से। अगर मैं शादी के बाद अपने परिवार को सपोर्ट करना चाहूं तो भी मुझे रिजेक्ट किया जाता है, मेरी नौकरी और हॉबीज को छोड़ने को कहा जाता है और कुछ कारण तो आपको मैं बता भी नहीं सकती।
इन दिनों मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर अधिकतर ये होने लगा है कि कई लड़के और लड़कियां इसे डेटिंग का एक माध्यम समझने लगे हैं। अरे भाई आप थोड़ा सा थमें और ये सोचें कि आप यहां क्यों आए हैं। मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर ऐसे कई लोग हैं जो आपसे समय मांगेंगे कि 6 महीने पहले बात करते हैं और फिर सोचेंगे कि शादी करनी है या नहीं। ये 6 महीने मेलजोल बढ़ाने के लिए सही समझ आ सकते हैं, लेकिन असलियत सिर्फ डेटिंग ही होती है।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर कई लोगों को उनके जीवन साथी मिल जाते हैं, लेकिन ये वेबसाइट्स आपके सेल्फ कॉन्फिडेंस पर बहुत ज्यादा असर डाल सकती हैं।
मेरी सलाह ये है कि अगर आप भी मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स की मदद ले रही हैं तो पहले कुछ बातों को ध्यान रखें। आपको हमेशा ये समझना है कि हमेशा बात करना ऐसे इंसान से ही शुरू करें जिससे आपकी वाइब मैच हो और ये जरूरी नहीं कि आपकी बात हो रही है तो शादी हो ही जाएगी। मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर बहुत ज्यादा ध्यान देने से पहले ये जान लें कि सोशल दुनिया असली दुनिया से बहुत अलग होती है।
मैं तो ये मानती हूं कि अगर आप इसे एक मजबूरी की तरह देख रही हैं तो अपनी प्रोफाइल डिलीट कर दें। दुनिया बहुत ही खूबसूरत है और जीवन साथी ढूंढने के लिए ऑनलाइन बैठे रहने से बेहतर भी तरीके हो सकते हैं। अगर आप इसे इंटरेस्ट से देख रही हैं तो हर प्रोफाइल के साथ दिल ना लगाएं।
अंकिता इंदापुरकर
(अंकिता इंदापुरकर के पास जर्नलिज्म, सोशल मीडिया और डिजिटल मार्केटिंग का 8 साल का एक्सपीरियंस है और ये चार अलग-अलग शहरों में रहकर नौकरी कर चुकी हैं। इन्हें किताबें पढ़ना और ट्रैवल करना बहुत पसंद है।)
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