90's की ये 10 बॉलीवुड फिल्में आज भी खड़े कर सकती हैं आपके रोंगटे

अगर आपको 90 के दशक की कुछ ऐसी फिल्में देखनी हैं जो न सिर्फ रोमांस और कहानी के मामले में परफेक्ट हों बल्कि उनका सस्पेंस भी गजब हो तो ये फिल्में जरूर देखें।
Shruti Dixit

90 का दशक बहुत मायनों में खास था। पूरी दुनिया का असली बदलाव अगर किसी ने देखा है तो वो 90 के दशक के बच्चों ने ही देखा है। ये वो दौर था जब फिल्मी कंटेंट में भी काफी बदलाव आ रहा था। धीरे-धीरे करके फिल्म इंडस्ट्री में कहानी विधवा मां और अंधी बहन तक ही सीमित नहीं रह गई थी। हीरो माचो तो होते थे, लेकिन कंटेंट ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे। 90 के दशक ने हमें कुछ ऐसी थ्रिलर फिल्में दी हैं जिनके बारे में याद किया जाए तो अभी भी आप डर सकते हैं। 

ये फिल्में थ्रिलर होते हुए भी ऑडियंस के रोंगटे खड़े करने के लिए काफी थीं। तो चलिए इन्हीं फिल्मों की बात करते हैं और जानते हैं कि 90 के दशक की सबसे मजेदार थ्रिलर फिल्में कौन सी थीं। 

1 कौन

रिलीज- 1999

अब अगर आपको इस फिल्म के बारे में या इसके सस्पेंस के बारे में नहीं पता है तो एक बार इस फिल्म को देखिए फिर आप जानेंगे कि एक समय राम गोपाल वर्मा भी कितनी अमेजिंग फिल्में बनाया करते थे। 'कौन' फिल्म में सिर्फ 3 ही एक्टर हैं और इन तीन एक्टर्स ने पूरी फिल्म का दारोमदार अपने कंधों पर संभाल लिया है। इतना ही नहीं ये पूरी फिल्म सिर्फ एक ही घर की लोकेशन पर फिल्माई गई है और फिर भी आपको यकीन नहीं होगा कि इस फिल्म में कितने ट्विस्ट और टर्न हैं। 

उर्मिला मातोंडकर, मनोज बाजपेयी और सुशांत सिंह ने इस फिल्म में जो एक्टिंग की है उसे देखकर तो कई लोगों को डर लग सकता है। मज़े की बात तो ये है कि इस फिल्म की कहानी इतनी रोचक है कि मेन कैरेक्टर होने के बाद भी उर्मिला का नाम तक पूरी फिल्म में नहीं बताया गया है। 

10 डर

रिलीज- 1993

शाहरुख खान को बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल का किरदार दिलाने वाली ये फिल्म इतनी रोचक है कि इसमें हीरो से ज्यादा विलेन का किरदार अहम है। डर फिल्म में जिस तरह से शाहरुख खान और जूही चावला का रोल है भी इसमें अमेजिंग है। ये फिल्म आपको उस लेवल पर ले जाएगी जहां शाहरुख की एक्टिंग से आपको डर लगने लगेगा। 

इनके अलावा भी 'अग्नी साक्षी, दरार, अंजाम' जैसी फिल्मों ने थ्रिलर के नाम पर अपनी जगह बनाई है। 90 के दौर में थ्रिलर फिल्मों का अपना अलग रुतबा था और यकीनन कहानी के मामले में बॉलीवुड काफी तरक्की कर रहा था। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। 

2 गुप्त

रिलीज- 1997

'दुनिया हसीनों का मेला' गाने से शुरू होकर फिल्म गुप्त में जितने ट्विस्ट और टर्न आए हैं वो तो आपको पता ही होंगे। फिल्म 'गुप्त' में आखिर में जब कातिल का पता चलता है तो लोगों को यकीन नहीं होता कि वाकई कहानी को कैसे मोड़ा गया है। फिल्म में बॉबी देओल, काजोल और मनीषा कोइराला का बहुत ही अच्छा रोल है और बाकी सभी एक्टर्स ने इस फिल्म को एक कल्ट क्लासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 

 

3 खिलाड़ी

रिलीज- 1992

एक समय पर ये फिल्म कॉमेडी लगती है और दूसरे समय पर आपको पता चलता है कि हंसते-खेलते स्टूडेंट्स के बीच एक खून हो जाता है। फिर शुरू होती है कातिल को तलाश करने की कोशिश जो फिल्म के अंत तक चलती रहती है। इस फिल्म की खास बात ये है कि ये इतनी जल्दी कॉमेडी फिल्म से थ्रिलर फिल्म बनती है कि आपको अचानक शॉक लगता है। कहानी के मामले में ये काफी अच्छी है और आखिर तक कातिल के नाम को सस्पेंस रखा जाता है। 

4 संघर्ष

रिलीज- 1999

आशुतोष राणा, प्रीति जिंटा, अक्षय कुमार ने मिलकर इस फिल्म को बहुत रोचक बना दिया था। बच्चों की किडनैपिंग, उनके कत्ल और फिर आशुतोष राणा का एक अलग रूप देखकर इस फिल्म को टॉप थ्रिलर की लिस्ट में रखा जाना गलत नहीं होगा। फिल्म में जिस तरह से एक सीबीआई ऑफिसर, एक कैदी और एक साइकोलॉजिकल सीरियल किलर को एक साथ दिखाया गया है वो तारीफ के काबिल है। आशुतोष राणा का जो रूप इस फिल्म में दिखाया गया था उसने 'बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल' का अवॉर्ड भी दिलाया था। 

5 दुश्मन

रिलीज- 1998

'चिट्ठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश जहां तुम चले गए', एक ऐसा गाना जिसने लाखों के दिलों को छू लिया था। ये गाना यकीनन उस दौर के सबसे रोचक गानों में से एक था और ये फिल्म भी उस दौर की सबसे अनोखी फिल्म थी। इस फिल्म के लिए भी आशुतोष राणा को बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल का अवार्ड मिला था। काजोल और संजय दत्त ने भी इस फिल्म में चार चांद लगा दिए थे। पर आशुतोष राणा का निगेटिव रोल और फिल्म में वो सस्पेंस आज भी लोगों को पसंद आएगा।

6 बाज़ीगर

रिलीज- 1993

अगर 90 के दशक की थ्रिलर फिल्मों की बात हो रही है और फिल्म 'बाजीगर' का नाम इसमें नहीं लिया जाए तो ऐसा हो ही नहीं सकता है। 'बाजीगर' एक अलग ही  लेवल की फिल्म थी जिसने 90 के दशक में शाहरुख खान का एक नया रूप दिखाया था। इस फिल्म में शिल्पा शेट्टी को मारने वाला सीन बताता है कि शाहरुख खान की अदाकारी एक हीरो से विलेन तक सिर्फ 2 सेकंड में ही पहुंच सकती है। 

 

7 100 डेज

रिलीज- 1991

एक अनजान घर में मिली लाश और हिरोइन माधुरी दीक्षित को आते हुए सपने बताते हैं कि किस तरह से कत्ल हुआ और किसने कत्ल किया। माधुरी दीक्षित और जैकी श्रॉफ की ये फिल्म बहुत ही अनोखी है और इसे आपको सिर्फ कहानी के लिए देखना चाहिए। ये लाश किसकी है और कैसे दीवार के अंदर पहुंची इसकी भी अपनी अलग कहानी है जो आपको फिल्म में पता चलेगी। 

8 गुमराह

रिलीज- 1993

श्रीदेवी और संजय दत्त की जोड़ी ने इस फिल्म में जो कमाल दिखाया था वो अनोखा था। एक टॉप आर्टिस्ट किस तरह से ड्रग्स स्कैंडल में फंसती है और कैसे उसे विदेश में जेल से बाहर निकाला जाता है ये तो यकीनन कहानी की काबिलियत को दिखाता है। इस फिल्म को टॉप थ्रिलर फिल्मों में से एक माना जाना लाजमी है।

 

9 मोहरा

रिलीज- 1994

'तू चीज़ बड़ी है मस्त-मस्ता' और 'टिप-टिप बरसा पानी' जैसे गाने देने वाली फिल्म को हम एक रोमांटिक फिल्म मान सकते हैं, लेकिन ये फिल्म जितनी खूबी से रोमांटिक से थ्रिलर बनती है वो तारीफ के काबिल है। यकीनन इस फिल्म में जितने भी किरदार हैं उन्हें बखूबी पिरोया गया है। फिल्म का सस्पेंस और कहानी 20 साल के अंतराल में चल रही होती है और नसीरुद्दीन शाह की एक्टिंग ने इस फिल्म में जान डाल दी है। 

 
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