
अरे सुनिए, रुकिए जरा, यहां पर कोई आपको जज नहीं कर रहा है। अगर आप इस पोस्ट तक आए हैं, तो इसका मतलब सीधा सा है। आपके पौधों की हालत ठीक नहीं है। दुनिया भर में लोग हाउस प्लांट्स लाते तो हैं, लेकिन उनमें से कितने फल-फूल पाते हैं इसका अंदाज़ा तो शायद आपको होगा ही। हम सभी के घरों में ये होता है। हाउस प्लांट्स की मेंटेनेंस कम करनी होती है, लेकिन वो नाजुक भी होते हैं। वो खराब हो जाते हैं। क्या आपको पता है कि ऐसी कौन सी गलतियां हैं जिनकी वजह से हाउस प्लांट्स मरते हैं? या फिर ऐसे कौन से टिप्स हैं जिनकी मदद से उन्हें वापस रिवाइव किया जा सकता है? चलिए हम आपको इसके बारे में कुछ बातें बताते हैं।


हाउस प्लांट्स को पानी देने की जरूरत होती है ये हमें पता है, लेकिन ओवर वॉटरिंग हर पौधे को मार सकती है। किस पौधे को कितना पानी चाहिए यह उसकी मिट्टी देखकर पता लगाया जा सकता है। अगर मिट्टी बहुत सूखी है, तो पौधे को ठीक से पानी दें। अगर हल्की नम दिख रही है, तो बहुत पानी देने की जरूरत नहीं होगी। ओवर वॉटरिंग से पौधे की जड़ें सड़ जाती हैं और इसलिए अधिकतर पौधे मरते हैं। हाउस प्लांट्स में हर रोज पानी देने की जरूरत नहीं है।
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अगर पौधा पूरी तरह से मर गया है, तो उसे कम्पोस्ट बना दें। उसका इस्तेमाल किसी ना किसी तरह से किया जा सकता है। वो बाकी पौधों के काम आ जाएगा।
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एक और जरूरी बात। अगर आप पानी देने का समय ठीक नहीं करती हैं, तो भी पौधा मर सकता है। पौधों को पानी देने का सही समय या तो सुबह-सुबह होता है या फिर शाम को। दोपहर की धूप में अगर आप पौधों में पानी डालती हैं, तो मिट्टी से भाप बनकर पानी उड़ने लगता है। ऐसे में पौधे झुलस जाते हैं। यही कारण है कि पौधे मर जाते हैं।

अगर पौधा पूरी तरह से सूखने लगा है, तो उसकी प्रूनिंग करना सबसे अच्छा स्टेप होगा। उसकी सूखी पत्तियों को हटा दें, ऊपरी मिट्टी की गुड़ाई कर दें। इसके बाद इसमें गोबर की खाद डालें। सूखते हुए पौधों के लिए गोबर की खाद सबसे बेस्ट ऑप्शन साबित होती है। लिक्विड फर्टिलाइजर इस स्टेज पर पौधे को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।

हाउस प्लांट्स के लिए भी धूप बहुत ही जरूरी होती है। कई पौधे ओवर सनलाइट या फिर अंडर सनलाइट की वजह से भी मर जाते हैं। दरअसल, सूरज की धूप अगर सही तरह से नहीं मिलती है, तो पौधे सूखने लगते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे पौधे भी होते हैं जिन्हें ज्यादा धूप नहीं चाहिए। अगर आपने उन्हें धूप में रखा, तो वो मर जाएंगे। ऐसे में आपको थोड़ी रिसर्च कर लेनी चाहिए कि आपके घर में मौजूद पौधा वाकई धूप चाहता है या नहीं।

फर्टिलाइजर्स के साथ-साथ ये जरूरी होता है कि ग्रोथ सीजन में आपके पौधे को न्यूट्रिएंट्स मिलें। मिट्टी में अगर पोषक तत्व रहेंगे, तो पौधा मरेगा नहीं। ऐसे में आप कम्पोस्ट की मदद ले सकती हैं। जर्मी कम्पोस्ट हो या फिर होममेड वेस्ट कम्पोस्ट, इसकी मदद से पौधों को बहुत ही अच्छी तरह से न्यूट्रिएंट्स मिल सकते हैं।

हो सकता है कि आप पानी तो ज्यादा नहीं डाल रही हों, लेकिन पौधे की मिट्टी फिर भी काफी ह्यूमिड हो। ऐसा तब होता है जब पौधे की मिट्टी सेल्फ ड्रेन नहीं होती। गमले में छेद करना, मिट्टी के साथ थोड़ी सी रेत मिलाना, कोको पीट का इस्तेमाल करना, गमले में थोड़े से पत्थर डालना आदि भी ह्यूमिडिटी कम करने के तरीके हो सकते हैं।
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मरते हुए पौधे को जीवनदान देने के लिए रीपॉटिंग भी ट्राई करें। पौधे को बड़ा गमला दें ताकि उसकी जड़ें फैल सकें। इसी के साथ, मिट्टी में ऐसी चीजें मिलाएं जिससे वो ठीक से ड्रेन हो सके। रीपॉटिंग के समय या तो गोबर की खाद या फिर कम्पोस्ट मिट्टी के साथ मिलाएं। इससे रूट्स को ज्यादा पोषण मिलेगा।

हाउस प्लांट्स किसी बीमारी या फिर कीड़ों के अटैक के कारण भी मर सकते हैं। इसलिए आप कीटनाशक समय-समय पर स्प्रे करते रहें। गुलाब, गुड़हल और ऐसे ही अन्य फूल वाले पौधों को फंगस से बचाने के लिए मार्केट में दवा भी मिलती है। ध्यान रहे कि दवा हो या फिर कीटनाशक किसी को भी डायरेक्ट पौधे पर ना डालें। उसे पानी के साथ डाइल्यूट कर लें।

इतने उपाय करने के बाद कम से कम एक महीने इंतजार करें। हो सकता है कि नया पौधा ही तैयार हो जाए। एक महीने के बाद ही आप तय करें कि पौधा बिल्कुल खराब हो गया है या फिर नहीं।