हिन्दू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्त्व बताया गया है। सावन के महीने में मुख्य रूप से भगवान् शिव की पूजा अर्चना करके भक्त जन मनोकामनाओं की पूर्ती करते हैं। सावन महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि के रूप में मनाया होता है जिसका विशेष महत्त्व है। सावन में आने वाली इस शिवरात्रि का वैवाहिक जीवन के लिए बहुत अधिक महत्त्व बताया गया है। साथ ही, यदि विवाह में अड़चनें आ यही हों तोइस दिन अपने गए कुछ उपायों से सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है।
कई बार ऐसा होता है कि हमारी कुंडली में दोष होने के कारण शादी विवाह में देरी हो जाती है या फिर बने बनाए रिश्ते टूट जाते हैं, कई सारी अड़चने भी आने लगती है। ऐसे में जातक के माता पिता काफी चिंतित हो जाते हैं। इस लेख में जानी मानी एस्ट्रोलॉजर और वास्तु स्पेशलिस्ट डॉ आरती दहिया जी राशि के अनुसार कुछ ऐसे समाधान बता रही हैं जिन्हें सावन महीने की शिवरात्रि के दिन आजमाकर विवाह में लगातार आने वाली बाधाओं से मुक्ति पाई जा सकती है।