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    Thriller Hindi Story Maya Nagari Ki Kahani Part 6: राजा ने उस किताब को 500 सालों से अपने पास रखा है, अब वापस जाने के लिए हैरी को वही चाहिए... क्या उसकी ये नई तरकीब काम आएगी?

    Shruti Dixit

    हैरी को कहानी का पता तो चल गया था, लेकिन उसे ये भी नहीं पता था कि आखिर कैसे इसे ठीक किया जाए। वो राजा जिसे वो जानता भी नहीं है, वो राजा जो उसका दादा है, वो कबीले के पीछे पड़ा है। भला क्या करे वो? सुबह होने को थी और हैरी को कबीले के पास तक पहुंचना था। हैरी ने किसी तरह से अपने कदम बढ़ाए। जंगली जानवरों के डर के साथ हैरी कबीले के पास पहुंचा, तो उसे एक सांप दिखा। हैरी वहीं डरकर बैठ गया। उसके कदम आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। दरअसल, वो जादूगरनी की बात सोच रहा था। अगर हैरी इस बार नाकाम रहा, तो ये मायाजाल फिर से 500 सालों तक चलता रहेगा।

    हैरी को जब तक होश आया तब तक वो सांप जा चुका था। हैरी चुप चाप कबीले में वापस आकर अपनी झोपड़ी में चला गया। बहुत सोचने के बाद उसे बस एक ही तरकीब सूझी। हैरी को योद्धा के जरिए ही राजा के पास से किताब के वो पन्ने लेकर आने थे। हैरी को ये भी पता था कि राजा 26 दिन में हमला करने वाला है, इसलिए अब उसे कुछ तो करना था। सबसे पहले ये जानना जरूरी था कि आखिर राजा इस कबीले पर हमला करेगा क्यों। उसने सुबह योद्धा से दोबारा उसी पुस्तकालय में जाने की बात की। उसे वापस जाना था और कुछ किताबें खोजनी थी। योद्धा उसे ले गया और खुद कबीले के आस-पास से सिपाहियों की निगरानी करने लगा।

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    हैरी ने पुस्तकाल में जाकर एक बार फिर से खोजबीन शुरू की। बूढ़ी जादूगरनी के मुताबिक, किताब में कहानी जवान जादूगरनी लिखेगी, लेकिन वो किताब अभी कबीले में नहीं है। इसका मतलब वह यहीं कहीं होगी। दिक्कत यह है कि उस किताब का रंग रूप अभी बदला हुआ होगा। बूढ़ा राजा इस किताब को 500 सालों से सहेजे हुए है, तो मौजूदा समय में भी उसने किताब को किसी ऐसी जगह रखा होगा जहां से निकाल पाना मुश्किल है। वो किताब अभी जवान जादूगरनी के पास भी नहीं पहुंची है और इस लाइब्रेरी से ही वो गई थी, इसका मतलब है कि उस लाइब्रेरी में ही किताब है। यही कारण है कि बूढ़े राजा ने हैरी को कहा था, 'लाइब्रेरी माफ नहीं करेगी', लाइब्रेरी का उस किताब से कोई ना कोई नाता जरूर है।

    लाइब्रेरी में घंटो बिताने के बाद भी हैरी को कुछ नहीं मिला। उसे समझने में दिक्कत हो रही थी कि भला ऐसा कैसे हो सकता है कि किताब अचानक 26 दिन बाद मिल जाएगी, लेकिन अभी नहीं है। हैरी ने ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसे कुछ समझ नहीं आ रहा है। हैरी को अब पहले राजा से मिलना होगा।

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    अब हैरी ने राजा से मिलने की ठान ली थी। उसे बस सही मौका चाहिए था। ऐसे में उसने जवान जादूगरनी के पास जाकर मदद मांगी। उसने कहा, 'मुझे राजा से मिलना है। शायद वो मेरी कोई मदद कर पाए, योद्धा को राजा पसंद नहीं, लेकिन पता नहीं क्यों मुझे लगता है कि वो मेरी मदद कर देगा।' हैरी को पता था कि जादूगरनी राजा से मिली हुई है इसलिए राजा के पास जाना जरूरी है।

    जादूगरनी ने पहले तो हैरी को मना कर दिया, लेकिन हैरी ने लगातार एक दो दिन तक कुछ ऐसा माहौल बनाया कि जादूगरनी को लगने लगा कि हैरी योद्धा से खुश नहीं है और उसे राजा के पास जाना है। जादूगरनी ने हैरी को शाम के वक्त नगर के पुस्तकालय के पास मिलने को कहा। हैरी ने वैसा ही किया और वहां पहुंच कर जादूगरनी ने उसे अंदर बुला लिया। जादूगरनी ने पुस्तकालय के अंदर एक बड़ी सी खिड़की को खटखटाया। इस खिड़की को हैरी ने पहले देखा तो था, लेकिन कभी खोला नहीं। खिड़की खुली और हैरी और जादूगरनी अंदर चले गए। एक सुरंग से होते हुए, दोनों महल में पहुच गए।

    'अच्छा, तो इस तरह राजा और पुस्तकालय जुड़े हुए हैं,' हैरी ने सोचा। महल पहुंचते ही जादूगरनी ने राजा और हैरी की मुलाकात करवाई। 'मैंने सुना तुम योद्धा से खुश नहीं हो, उसने कबीले वालों को बहका दिया है, कबीले के पीछे एक गुफा है जिसमें मेरे पूर्वजों का खजाना है, लेकिन योद्धा मेरे सैनिकों को वहां जाने नहीं देता। उस गुफा में मेरे सिपाही जा नहीं पाते। मुझे उस गुफा तक पहुंचना है।' , राजा ने कहा। हैरी ने राजा को आश्वासन दिया कि वो मदद करेगा और वापस कबीले में आ गया। अब हैरी को उस गुफा तक जाना था।

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    उस गुफा में क्या है हैरी को पता नहीं, वो कहां है उसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं, लेकिन उसे खोजना तो था ही। वह अब जादूगरनी की मदद लेता, तो उसे शक हो जाता कि हैरी धन लेने जा रहा है। हैरी को पता नहीं था कि वो क्या करे, लेकिन उसके हाथ से वक्त निकलता जा रहा था। हैरी ने रोज रात को जंगल में घूमना शुरू कर दिया। उसे वो गुफा खोजनी ही थी। देखते ही देखते 10 दिन और बीत गए। अब हैरी को सब कुछ सिर्फ 15 दिनों में करना था। हैरी थककर निराश हो चुका था, लेकिन उसके मन में उम्मीद फिर भी बाकी थी। हैरी ने एक बार फिर से कोशिश की और वो एक रात जंगल के ऐसे कोने में पहुंच गया जिसे उसने पहले नहीं देखा था। ये अजीब लग रहा था। हैरी को अब उसी कोने से आगे बढ़ना था।

    अचानक उसे पानी की आवाज आने लगी। वहां ना तो नदी थी और ना ही झरना फिर पानी की आवाज कैसी... दूर से आती इस आवाज का पीछा करना शुरू किया। आखिर उसे गुफा मिल ही गई और वो अंदर चला गया। इस गुफा को अभी तक किसी ने भी नहीं देखा था। हैरी के पास रौशनी के नाम पर सिर्फ एक लालटेन थी और हैरी उस अंधेरी गुफा में जा रहा था। पानी की आवाज अब बहुत तेज हो चुकी थी और उसे गुफा के अंदर ही एक झरना सा दिखा। एक ऐसा झरना जिसका पानी किसी पत्थर पर पड़ रहा था। पर ये पानी आ कहां से रहा था, किसी को नहीं पता।

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    पास जाकर देखने पर हैरी को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। वहां पत्थरों के पास एक बक्सा था। उस बक्से को जैसे ही हैरी ने खोला उसे वही किताब मिली। एकदम सुरक्षित, वही किताब जिसका जिक्र बूढ़ी जादूगरनी ने किया था, वही किताब जो 500 साल बाद हैरी को मिलनी थी। उसे मायानगरी का राज मिल चुका था। राजा को कोई धन नहीं, यही किताब चाहिए थी। तभी किसी ने हैरी की पीठ पर हाथ रखा और वह डर के मारे गिर गया।

    मुड़कर देखा, तो वही बूढ़ी जादूगरनी खड़ी थी। 'अगर तुम यहां तक नहीं पहुंचते, तो मैं कभी मुक्त नहीं हो पाती। अब मुझे पता है कि तुम मुझे मुक्त करवा लोगे। यहां का रास्ता मैं तुम्हें नहीं बता सकती थी, लेकिन आखिर तुम पहुंच ही गए। राजा ने जब कबीले पर हमला किया था, तो मेरा जवान रूप खुद को बचाने के लिए इसी गुफा तक पहुंच गया था। यहां मुझे ये किताब मिली थी और यहीं मैंने योद्धा की कहानी लिख दी थी। दरअसल, राजा के पास जो पन्ने हैं, वो इसलिए चुराए गए हैं क्योंकि उसमें योद्धा की कहानी लिखी थी। मेरे अभी वाले रूप को पता नहीं था कि उससे क्या होगा। अब तुम इस पूरी कहानी को बदल सकते हो, लेकिन तुम्हें पहले एक काम करना होगा। तुम्हें राजा के पास से वो पन्ने वापस लाने होंगे। वो जादुई हैं, इसलिए नई कहानी लिखने से पहले पुरानी खत्म करनी होगी।', जादूगरनी ने कहा।

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    'ये सब तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया। ये तो बड़ी ही अजीब बात है, क्यों मैं इससे जुड़ा काम करूं।', हैरी ने झुंझलाते हुए कहा। 'मैं मजबूर थी। इस किताब का पता किसी को बताया नहीं जा सकता है, इसे ढूंढना होता है। यही हमारे पूर्वजों की कोशिश थी। तुम्हें अब इस किताब का सहारा लेना है। किताब में मेरी मुक्ति भी लिख देना ताकि मैं इस गुफा से मुक्त हो पाऊं। मैंने इसी गुफा में अपना दम तोड़ा था।' उसने कहा। हैरी को अब दोबारा महल जाकर कहानी लिखनी थी।

    क्या हैरी महल जाकर कहानी लिख पाएगा? क्या हैरी समय रहते इस काम को अंजाम दे पाएगा। राजा कबीले पर हमला करने वाला है, क्या हैरी उसे रोक पाएगा? जानने के लिए पढ़ें कहानी का अंतिम भाग- माया नगरी की कहानी पार्ट 7।

    भाग- मायानगरी की कहानी, भाग 6 में।

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