
मानसून शुरू हो गया है और इस दौरान बेहतरीन अदरक वाली चाय मिल जाए तो बात ही क्या है, लेकिन रोज़ाना एक ही तरह की चाय शायद अब आपको उस तरह से एक्साइट न करे। इसकी जगह आप अगर रोजाना अपने चाय पैलेट को एक नई तरह की चाय के साथ ट्रीट देंगे तो हो सकता है कि ये आपको अच्छा लगे। यकीनन भारत में लोग अपने हिसाब से अलग-अलग तरह की चाय पीते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि साधारण सी दिखने वाली चाय में कितने वेरिएशन्स बनाए जा सकते हैं? आज हम आपको ऐसे ही 10 चर्चित वेरिएशन्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो नॉर्मल चाय को थोड़ा अलग टेस्ट देने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।


दालचीनी का फ्लेवर चाय को बहुत ही अनोखा स्मोकी टेस्ट देता है। ये चाय उन लोगों के लिए बहुत अच्छी साबित हो सकती है जिन्हें अदरक नहीं पसंद है पर चाय में कुछ अलग सा स्वाद चाहते हैं।
कैसे बनाएं?
रोजाना की चाय में एक उबाल आने के बाद पिसा दालचीनी पाउडर (1/4 चम्मच) या फिर 1 छोटा सा दालचीनी का टुकड़ा डालें और इसे अच्छे से उबालें। इस चाय को थोड़ा ज्यादा पकाना होगा क्योंकि दालचीनी का फ्लेवर आने के बाद चाय कच्ची अच्छी नहीं लगती।
टिप-
इस चाय में शक्कर थोड़ी कम डालें क्योंकि दालचीनी में अपनी अलग मिठास और फ्लेवर होता है जिससे चाय ज्यादा मीठी अच्छी नहीं लगेगी।

ये चाय सर्दियों और मानसून जैसे मौसम के लिए बहुत ही अच्छी है और इसमें केसर का इस्तेमाल भी बहुत किया जाता है।
कैसे बनाएं?
सबसे पहले केसर के एक दो स्ट्रैंड्स को गुनगुने पानी में डालकर रख दें। इसके बाद आप एक चाय उबालने वाले बर्तन में पानी के साथ कश्मीरी चाय पत्ती, लौंग, इलायची, दालचीनी, काली मिर्च आदि डालकर 3-4 मिनट उबालें। इसके बाद आपको इसे छानकर इसमें केसर का पानी मिलाना है और इसे सर्व करना है।
ये सारी चाय आपको अपने फ्लेवर के कारण बहुत पसंद आ सकती हैं। इन्हें ट्राई जरूर करें और अपना एक्सपीरियंस हमसे शेयर करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें और ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

अदरक वाली चाय के बाद शायद यही सबसे ज्यादा लोकप्रिय और चर्चित चाय है। इस चाय की खुशबू सबसे अनोखी आती है और लौंग-इलाइची होने के कारण ये आपके गले में भी राहत देगी।
कैसे बनाएं?
रोजाना की चाय में चाय पत्ती के साथ 4 लौंग और 1 इलायची क्रश करके डाल दें। इलाइची ज्यादा न डालें वर्ना फ्लेवर इतना ज्यादा हो जाएगा कि चाय पी नहीं जाएगी। इसे बस वैसे ही पका लें जैसे रोज़ाना पकाती हैं।
टिप-
लौंग और इलायची को हमेशा क्रश करके ही डालें ये फ्लेवर के लिए अच्छा होगा।

अगर आपको सर्दी-खांसी हो रही है तो तुलसी वाली चाय तो बेस्ट साबित हो सकती है। इसका तेज़ फ्लेवर आपकी सर्दी को दूर करने के लिए काफी है।
कैसे बनाएं?
पानी के साथ चाय पत्ती और तुलसी की 3-4 धुली हुई पत्तियां पहले उबाल दें। इसके बाद चाय की बाकी सामग्री डालें, ये चाय काफी स्वादिष्ट बनेगी।
टिप-
तुलसी की पत्तियां ज्यादा न डालें क्योंकि इनमें पारा होता है और ज्यादा पत्तियां नुकसान कर सकती हैं।

नॉर्मल दूध वाली चाय तो रोजाना पी जाती है, लेकिन इस माहौल में नींबू वाली चाय पीने का मज़ा ही कुछ और होगा।
कैसे बनाएं?
पानी के साथ चाय पत्ती, थोड़ी सी शक्कर, नींबू का एक स्लाइस डालकर उबालें और इसे छान लें। ऊपर से पुदीने की पत्ती डालकर इसका मज़ा लें।
टिप-
इसमें बहुत ज्यादा चीज़ें न डालें सिर्फ नींबू का फ्लेवर ही आपको बेहतरीन टेस्ट देगा।

अलग-अलग मसालों के साथ मिलाकर बनाई गई चाय यकीनन सबसे अच्छी होती है। मानसून के सीजन में मसाला चाय एक ऐसी च्वाइस है जिसे बहुत से लोग पसंद करते हैं।
कैसे बनाएं?
या तो आप बाज़ार से मसाला चाय पाउडर ले आएं या फिर सौंफ, इलायची, लौंग, दालचीनी, अदरक, काली मिर्च आदि को कूटकर चाय में इस्तेमाल करें। अगर पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आधा चम्मच और अगर खड़े मसाले इस्तेमाल कर रहे हैं तो सब मिलाकर आधा चम्मच होना चाहिए। इसे दूध उबल जाने के बाद डालें और थोड़ी देर खौलाएं।
टिप-
कई लोगों को लौंग और काली मिर्च एक साथ पसंद नहीं आती है इसलिए अपने हिसाब से मसाले डालें।

हल्दी वाला दूध तो पहले से फेमस था ही साथ ही अब हल्दी वाली चाय भी धीरे-धीरे लोगों को पसंद आ रही है। ये एक नया ट्रेंड बनकर उभरा है जिसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
कैसे बनाएं?
इस चाय को बनाने के लिए आप दूध और चाय पत्ती के साथ थोड़ी सी हल्दी (एक या दो चुटकी) डालें। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं।
टिप-
इसमें शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करेंगे तो ये स्वाद में ज्यादा अच्छी होगी।

ये आसामी चाय है जिसे बिना दूध के बनाया जाता है। इसे अधिकतर कांसे के बर्तन में सर्व किया जाता है और इसके रंग को देखकर लोग आकर्षित होते हैं।
कैसे बनाएं?
इसमें खास रोंगा साह आसामी चाय पत्तियां लगती हैं तभी इसका रंग लाल आता है। इसे आप बिना दूध के बनाएं और चाय पत्ती को पानी के साथ पहले लाल रंग आने तक अच्छे से उबालें फिर इसमें शक्कर, तुलसी आदि जो भी डालना हो डालें।
टिप-
इसे बनाने की विधि पहले ठीक से देख लें क्योंकि अगर आपने चाय पत्ती ज्यादा डाल दी तो आपकी चाय बहुत कड़वी हो जाएगी।

ये ब्लैक टी है जो केरल के मालाबार रीजन में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। इस चाय का फ्लेवर बहुत ही अलग होता है जिसे आप आसानी से हर जगह नहीं पाएंगे। ये अरेबिक चाय है जिसका स्वाद आपको बहुत यूनिक लगेगा।
कैसे बनाएं?
इसमें 1.5 इंच की दालचीनी स्टिक, 2 पत्तियां पुदीना, 5-5 लौंग और इलायची, 1 चम्मच शक्कर लगेगी। चाय पत्ती 1/2 चम्मच से ज्यादा न डालें ताकि चाय कड़वी न हो। इसे उबालें और इसमें आप शक्कर की जगह शहद या गुड़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
टिप-
ये चाय बिना पुदीने के भी बनाई जा सकती है, लेकिन ऐसा करने पर आप इलाइची थोड़ी कम डालें।

देसी तरीके से बनाई गई गुड़ वाली चाय का स्वाद शक्कर वाली चाय से बहुत अलग होता है और इस चाय में इतना सौंधापन होता है कि बारिश के सीजन में ये आपको बहुत अच्छी लगेगी।
कैसे बनाएं?
इस चाय को बनाने के लिए आपको शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करना है। गुड़ को थोड़ा सा क्रश कर लें ताकि ये चाय में अच्छी तरह से मिक्स हो जाए।
टिप-
गुड़ को सबसे अंत में डालें जिसके बाद ज्यादा चाय को उबालना न हो।