कई बार हमारे सपने बहुत बड़े होते हैं और जिंदगी में एक ऐसा वक्त जरूर आता है जब उन्हें पूरा करने के लिए हिम्मत चाहिए होती है। कई लोगों को वो हिम्मत उनकी मां से मिलती है तो कई के लिए हिम्मत उनके बच्चे बनते हैं। ऐसा ही कुछ पंकज भदौरिया के साथ हुआ। 16 साल की अपनी टीचिंग जॉब को छोड़कर भारत की पहली मास्टर शेफ बनीं। वो अपने मातृत्व को ही अपनी हिम्मत बताया है। उनकी बेटी सोनालिका भदौरिया उनसे प्रेरित है और पंकज के स्ट्रगल और उनकी सफलता की कहानी वो जानती हैं। हर जिंदगी की कंटेंट एडिटर मेघा मामगेन से मदर्स डे के मौके पर इस मां-बेटी की जोड़ी ने खास बातचीत की। सुनिए उनकी कहानी उन्ही की जुबानी इस वीडियो में।
HZ Exclusive: पंकज भदौरिया और सोनालिका, मां-बेटी की इस जोड़ी ने अनोखी बातों से बनाया है अपने रिश्ते को खास
भारत की पहली मास्टरशेफ पंकज भदौरिया और उनकी बेटी से खास बातचीत में जानिए उनके बारे में कुछ अनोखी बातें।