महालक्ष्मी व्रत को हिंदू धर्म में विशेष मान्यता मिली हुई है। 16 दिनों तक चलने वाले यह व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। देवी लक्ष्मी को सभी देवीयों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है और यह व्रत उन्हीं के एक स्वरूप महालक्ष्मी के लिए रखा जाता है। देवी लक्ष्मी का यह स्वरूप सुख, समृद्धि, वैभव, ऐश्वर्य के साथ-साथ जीवन की कठिनाइयों को दूर करने वाला होता है। इस व्रत में विधि विधान का खास महत्व है। खासतौर पर महालक्ष्मी व्रत में 16 अंक को विशेष बताया गया है। इस बारे में हमारी बात पंडित मनीष शर्मा से हुई और उनसे हमने जाना कि यह अंक क्यों इतना महत्वपूर्ण है। वह कहते हैं, " इस अंक का धार्मिक महत्व है। इस अंक के पीछे आध्यात्मिक और पौराणिक कथाएं और तथ्य छिपा हुआ है। "
चलिए पंडित जी से जानते हैं 16 अंक का महत्व और इसके पीछे छिपा पौराणिक तथ्य :
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महालक्ष्मी व्रत में 16 दिन और 16 अंक सिर्फ संख्या नहीं हैं, बल्कि धार्मिक पूर्णता, आस्था और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का मार्ग हैं। जो व्यक्ति इस व्रत को नियमपूर्वक करता है, उसके जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति का आगमन निश्चित होता है। यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे लेख को शेयर और लाइक करें इसी इसी तरह और भी आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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