why lord shiva gave curse to devi sati

आखिर क्यों भगवान शिव ने दिया था अपनी ही पत्नी को विधवा होने का श्राप?

पौराणिक कथा के अनुसार, एक अबर भगवान शिव के गणों में से किसी एक गण ने माता पार्वती की रसोई में आकर भूलवश भोजन खराब कर दिया लेकिन अमता पार्वती ने उन्हें कुछ भी न कहते हुए जाने दिया।&nbsp;&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-07-08, 23:00 IST

भगवान शिव और माता सती से जुड़ी अनेक कथाएं और रोचक तथ्य हैं जो आज भी अनेकों माध्यम से पढ़ने या सुनने को मिल जाती हैं। इन्हीं में से एक किस्सा जुड़ा है भगवान शिव के उस श्राप से जो उन्होंने अपनी ही पत्नी को दिया था। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव ने क्रोध में आकर माता पार्वती को विधवा होने का श्राप दे दिया था। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस कथा के बारे में विस्तार से। 

क्यों दिया था भगवान शिव ने माता पार्वती को विधवा होने का श्राप? 

bhagwan shiv ne mata sati ko kya shrap diya tha

पौराणिक कथा के अनुसार, एक अबर भगवान शिव के गणों में से किसी एक गण ने माता पार्वती की रसोई में आकर भूलवश भोजन खराब कर दिया लेकिन अमता पार्वती ने उन्हें कुछ भी न कहते हुए जाने दिया। उस समय भगवान विष्णु कैलाश पर आए हुए थे। 

भगवान विष्णु ने भगवान शिव से इस घटनो बताते हुए कहा कि अगर माता पार्वती में इसी तरह सिर्फ ममता का वास रहा तो वह कभी किसी को उसके अपराधों का दंड नहीं दे पाएंगी। उनकी ममता उनके कर्त्तव्य पर भारी पड़ेगी क्योंकि वह समस्त संसार की माता हैं।

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इसके बाद भगवान शिव और भगवान विष्णु ने युक्ति लगाई और माता से भोज रखने का आग्रह किया। इसके बाद जब माता पार्वती ने भोजन कराना शुरू किया, लेकिन माता पार्वती को खुद भी भुत तेज भूख लगी थी। माता पार्वती ने अपनी बूख रोकने की कोशिश की।

माता पार्वती हमेशा भगवान शिव के खाने के बाद ही खाती हैं और यह बात भगवान शिव को पता थी इसलिए उनहोंने जानकार धीरे-धेरे भोजन करना शुरू किया। माता पार्वती से भूख सहन नहीं हुई और उन्होंने छुपके से भोजन कर लिया। 

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यह बात भगवान शिव को पता चली और उन्होंने क्रोध में आकर माता पार्वती को विधवा होने का श्राप दे दिया। असल में यह श्राप एक लीला ही थी जो भगवान शिव ने रचाई थी। श्राप के बाद माता पार्वती का स्वरूप विकराल, क्रोधी, कठोर हो गया। 

bhagwan shiv ne mata sati ko shrap kyu diya tha

इस रूप का नाम धूमावती पड़ा। माता धूमावती माता पार्वती का उग्र स्वरूप हैं जो सफेद वस्त्र धारण किये हुए हैं और जिनके बिखरे सफेद बाल हैं।

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर भगवान शिव ने क्यों दिया था अपनी ही पत्नी को विधवा होने का श्राप। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। 

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