कहानियों और कविताओं में हम अक्सर चांद को मामा कहकर पुकारते हैं। बता दें कि इसके पीछे कुछ कारण हैं, जिसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।
मामा ही क्यों?
भारत में ढेर सारे रिश्ते हैं। मगर चांद को मामा ही कहा जाता है। बता दें कि चांद को भाई के रूप में देखा जाता है, जिस वजह से बच्चे उन्हें मामा कहते हैं।
चांद और पृथ्वी
चांद धरती के चक्कर लगाता है और पृथ्वी-चांद को भाई बहन के रूप में देखा जाता है। दोनों का रिश्ता भी एक कारण है कि क्यों चांद को मामा कहते हैं।
यह है कारण
पृथ्वी और चांद भाई-बहन हैं। ऐसे में हम लोग पृथ्वी को माता कहकर पुकारते हैं। इस लिहाज से देखें तो चांद को मामा कहा जाता है।
चांद को मामा क्यों कहते हैं
कहा जाता है कि चांद मां लक्ष्मी के भाई हैं। वहीं, हम सभी मां लक्ष्मी को हम लोग मां कहते हैं। यह भी एक कारण है कि क्यों चांद को मामा कहा जाता है।
स्नेह है एक कारण
बहुत से घरों में बहने अपने भाई को चांद कहकर पुकारती हैं और भाई दूज जैसे त्योहारों पर बहने भाई की आरती भी उतारती हैं। यही कारण है कि बहुत से घरों में स्नेह से भी चांद को मामा कहा जाता है।
घर-घर में फेमस हैं चंदा
चंदा मामा दूर के समेत तमाम कहानियों में बच्चों के सामने चांद का संबोधन मामा के रूप में ही किया जाता है।
चांद मामा सबके फेवरेट
बचपन में मां, दादी समेत सभी कहानियां सुनाते हैं। स्कूल की कई पाठ्य पुस्तकों में भी इससे जुड़ी कविताएं होती हैं।
तो ये थी वजह जिसके कारण लोग चांद को मामा कहकर पुकारते हैं। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com पर।