संयुक्त राष्ट्र की कार्य बैठक में एशिया-प्रशांत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली ट्रांसजेंडर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने लंबे वक्त से एलजीबीटीक्यू समुदाय को हक दिलाने के लिए काम किया है। आज हम आपको बताएंगे लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बारे में।
कहां हुआ जन्म
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का जन्म महाराष्ट्र के ठाणे में हुआ। उन्होंने मुंबई के मीठीबाई कॉलेज से ग्रजुएशन की पढ़ाई की। वह भरतनाट्यम में स्नातकोत्तर भी कर चुकी हैं। इसके बाद उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए काम करने का फैसला किया।
डीएआई वेलफेयर सोसाइटी
उनके प्रयासों को देखते हुए साल 2002 में मुंबई स्थित डीएआई वेलफेयर सोसाइटी का अध्यक्ष बनाया गया।
हक की लड़ाई
उन्होंने ट्रांसजेंडर अधिकारों को मान्यता दिलाने की उनकी लंबी लड़ाई की। इसी का नतीजा है कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें 'तीसरे लिंग' के रूप में मान्यता दी।
आत्मकथा
वह किन्नर अखाड़ा की प्रमुख और पहली महामंडलेश्वर बन चुकी हैं। उनकी आत्मकथा
आर्टिकल 377
लक्ष्मी ने होमोसेक्सुअलिटी से जुड़े आर्टिकल 377 के खिलाफ भी आवाज उठाई थी। इस मामले पर फैसला आया और एलजीबीटीक्यू समाज के लोगों को अधिकार मिले।
बिग बॉस का हिस्सा
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बिग बॉस में भी नजर आ चुकी हैं। बिग बॉस के अलावा वो कई सारी पटकथाओं के लिए भी अपना योगदान दे चुकी हैं।
स्टाइल है कमाल
इस सबके अलावा अगर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के फैशन की बात की जाए, तो उन्हें इंडियन आउटफिट्स पहनना बहुत ही पंसद हैं, जिसमें वो बहुत ही प्यारी लगती हैं।
आपको लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की ये कहानी कैसी लगी। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com