आज भी अगर लड़की को लड़की के लिए प्यार आ जाए तो समाज इस रिश्ते को नहीं स्वीकारता है। प्राइड मंथ में हम आपको बताने जा रहे हैं इस शब्द का जन्म कब और किसने किया।
आइलैंड लेस्बोस
लेस्बियन शब्द का संबंध ग्रीक आइलैंड लेस्बोस से है। इस जगह छठी शताब्दी की ग्रीक कवयित्री 'सेप्फो' रहती थीं। इनकी कविताएं रोजमर्रा की जिंदगी, उनके रिश्तों व रीति-रिवाजों पर आधारित थीं।
लेस्बियन नाम की वाइन
19वीं शताब्दी के मध्य से पहले तक लेस्बोस आइलैंड में लेस्बियन शब्द से जुड़ी कई चीजें चलन में आई थीं। इस जगह बनने वाली मशहूर वाइन का नाम भी यही था।
लेस्बियन पर अध्ययन
जॉर्ज सेंट्सबरी ने 1875 में लेस्बियन पर अध्ययन करते समय बौडलेयर की कविताओं पर शोध किया। इस अध्ययन में उन्होंने 'द पैशन ऑफ डेलफाइन' का उदाहरण दिया।
2 महिलाओं की कविता
इस कविता में दो महिलाओं के बीच की मोहब्बत के बारे में बताया गया है। लेस्बियन शब्द उस कपल के लिए इस्तेमाल होता है, जहां एक लड़की दूसरी लड़की से संबंध रखती है।
लेखिका इस्मत चुगताई
भारत के इतिहास में पहली बार उर्दू की मशहूर लेखिका इस्मत चुगताई ने लेस्बियन रिश्तों पर कहानी लिखी, जिसका नाम 'लिहाफ' था।
कहानी पर केस
1942 में यह कहानी जब पहली बार अदब-ए-लतीफ में छपी तो लेखिका इस्मत को कोर्ट में केस तक लड़ना पड़ गया था।
लेखिका की जीत
इस कहानी पर हुए केस में आखिर में जीत लेखिका को ही मिली। इसे जिस किसी ने भी पढ़ा, वह उनका मुरीद हो गया था।
1983 में महिलाओं ने खुले तौर पर इस शब्द को स्वीकार किया। स्टोरी अच्छी लगी हो तो, लाइक और शेयर करें। अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com