LGBTQIA पर आए दिन विवाद होते रहते हैं। इसके अंतर्गत ऐसे लोग आते हैं, जो पुरूष व महिला समुदाय से भिन्न हैं। आइए जानें विस्तार से इसके बारे में-
लेस्बियन
लेस्बियन मतलब, महिला का महिला के प्रति आकर्षण होना। अगर कोई महिला किसी महिला के प्रति ही आकर्षित होती है, तो वो लेस्बियन कैटेगरी में आती है।
गे
गे शब्द इन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो पुरूष होकर पुरूष की ओर ही आकर्षित होते हैं। महिला से ऐसे लोगों को अट्रैक्शन नहीं होता है।
बाइसेक्सुअल
अगर कोई पुरुष या महिला दोनों लिंगों के प्रति आकर्षण महसूस करते हैं, तो बाइसेक्सुअल कहलाते हैं। ऐसे लोग पुरूष व महिला, दोनों से संबंध बनाने में रूचि रखते हैं।
ट्रांसजेंडर
जब शरीर पुरूष का हो और महसूस महिला जैसा होता हो या फिर शरीर महिला का और पुरूष जैसा महसूस होता हो, तो ऐसे लोग ट्रांसजेंडर की कैटेगरी में आते हैं।
क्वीयर
ऐसे लोग, जो अपनी शारीरिक इच्छा को तय नहीं कर पाते हैं, वो क्वीयर कहलाते हैं। इस कैटेगरी के लोग अपनी गिनती LGBT में नहीं करते हैं, लेकिन सपोर्ट उनका इसी कैटेगरी के लोगों के लिए होता है।
इंटरसेक्स
इंटरसेक्स के अंतर्गत ऐसे लोग आते हैं, जिनका यौनांग निर्धारित नहीं रहता है। ऐसे लोगों के शारीरिक यौनांग न पुरुष के और न ही महिला के होते हैं।
एसेक्सुअल
वैसे लोग, जिन्हें न पुरुष से और न महिला से, किसी से आकर्षण नहीं होता है या फिर संबंध बनाने में रूचि नहीं रखते हैं, उन्हें एसेक्सुअल की कैटेगरी में रखा जाता है।
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