सुंदरकांड का पाठ करने से पहले जान लें ये जरूरी नियम
Jyoti Shah
23-01-2024, 17:00 IST
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हनुमान जी की पूजा में सुंदरकांड का पाठ करने का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि सही प्रकार से सुंदरकांड का पाठ करने से बजरंगबली की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है। हालांकि, इस दौरान कुछ विशेष नियमों का खास ख्याल रखना भी जरूरी होता है। इसी कड़ी में आज हम आपको सुंदरकांड का पाठ करने के नियम बताने जा रहे हैं।
सामने रखें इन भगवानों की मूर्तियां
माना जाता है कि सुंदरकांड का पाठ करने से पहले आपके मंदिर में भगवान राम, सीता मां और हनुमान जी की मूर्ति जरूर होनी चाहिए।
स्नान करके करें पाठ
सुंदरकांड का पाठ करने से पहले स्नान करके साफ और हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए। इसके साथ ही, खाली पेट सुंदरकांड का पाठ करें।
लाल कपड़े में रखें किताब
सुंदरकांड का पाठ करने के बाद इसे लाल कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। इसके बाद, श्रद्धा पूर्वक नमन करके किताब को शुद्ध और सुरक्षित स्थान पर रखें।
पहले गणेश जी की पूजा करें
सुंदरकांड का पाठ शुरू करने से पहले गणेश भगवान की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद, पितरों और फिर, राम भगवान की वंदना करके सुंदरकांड का पाठ करें।
श्री राम और हनुमान जी की आरती
सुंदरकांड का पाठ समाप्त करने के बाद भगवान राम की आरती करनी चाहिए। इसके बाद, हनुमान जी की आरती करके पाठ खत्म करें।
किस दिन करें पाठ
माना जाता है कि सुंदरकांड का पाठ मंगलवार और शनिवार के दिन करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
पाठ का सही समय
सुंदरकांड का पाठ सुबह 4 बजे से लेकर 6 बजे के बीच में यानी ब्रह्म मुहूर्त में करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करना सबसे ज्यादा फलदायी होता है।
सुंदरकांड का पाठ करने से पहले इन नियमों का ख्याल जरूर रखें। स्टोरी अच्छी लगी हो, तो शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com पर।