किचन घर की जरूरी जगह होती है। वास्तु में किचन को लेकर जरूरी नियम बताए गए हैं। अगर किचन का वास्तु सम्मत होता है तो उससे पूरे घर में पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो बढ़ता है। लेकिन, वहीं वास्तु दोष की वजह से निगेटिव एनर्जी, हेल्थ प्रॉब्लम्स बढ़ने लगती हैं। चलिए, वास्तु एक्सपर्ट डॉ. रादाकांत वत्स से किचन के वास्तु दोष दूर करने के तरीकों के बारे में जानते हैं -
पूर्व दिशा
किचन के लिए पूर्व दिशा शुभ मानी जाती है। इसलिए, अगर पूर्व दिशा की तरफ खिड़की है तो इससे शुभ फल प्राप्त होता है।
इस दिशा में बनाएं खाना
पूर्व दिशा की मुख करके खाना बनाने से घर में नेगेटिव एनर्जी खत्म होती है। इस दिशा में काम करने से सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।
ये दिशा होती है अशुभ
किचन में खाना बनाने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा शुभ नहीं मानी जाती। इस दिशा में खाना बनाने से घर में तनाव बढ़ता है।
होता है नुकसान
किचन में उत्तर दिशा की तरफ मुख करना भी वास्तु सम्मत नहीं होता। इस वास्तु दोष से घर में किसी प्रकार का नुकसान होने की आशंका बढ़ती है।
हेल्थ प्रॉब्लम्स
बिना नहाए खाना बनाना वास्तु और ज्योतिष के हिसाब से गलत माना जाता है। इससे परिवार में हेल्थ प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं। इसलिए, नहाने के बाद ही खाना बनाएं।
इस दिशा में रखें अप्लाएंसेस
किचन में बहुत से अप्लाएंसेस जैसे माइक्रोवेव, हीटर, इंडक्शन स्टोव, टोस्टर, मिक्सर ग्राउंडर इस्तेमाल किए जाते हैं। वास्तु के अनुसार इन्हें दक्षिण-पश्चिम में रखना चाहिए।
फ्लोरिंग का रखें ख्याल
किचन की फ्लोरिंग सही न होने पर वास्तु दोष पैदा हो जाता है। किचन में पैदा होने वाली हीट की वजह से वुडन फ्लोरिंग सेफ नहीं मानी जाती है।
अगर आपके किचन में भी इस तरह का वास्तु दोष मंडरा रहा है तो, उसे आज ही अपने घर से दूर कर दें। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com।