जानें कबीर दास जी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य


Jyoti Shah
03-06-2023, 10:51 IST
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    संत कबीरदास जी की जयंती हर साल ज्येष्ठ माह में पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष कबरीदास जयंती 4 जून को है। ऐसे में आइए जानते हैं उनसे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में-

कबीर जी का जन्म

    कुछ तथ्यों के आधार पर माना जाता है कि कबीर दास जी का जन्म एक विधवा ब्रह्माणी के गर्भ से हुआ था, लेकिन लोक-लाज के डर से उसने कबीरदास को काशी के समक्ष लहरताका नामक तालाब के पास छोड़ दिया था।

पालन-पोषण

    उस तालाब के पास से गुजर रहे लेई और नीमा नामक जुलाहे ने इनका पालन-पोषण किया था। हालांकि, कुछ विद्वानों को मानना है कि कबीरदास जन्म से ही मुस्लिम थे और इन्हें गुरु रामानंद से राम नाम का ज्ञान प्राप्त ह

कबीर जी के दोहे

    कबीरदास जी ने अपने दोहों के द्वारा लोगों के मन में व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया। इसके साथ ही उन्होंने धर्म के कट्टरपंथ पर तीखा प्रहार किया था।

सामज सुधारक कहलाए

    उन्होंने समाज को सुधारने के लिए कई दोहे कहे और यही कारण है कि वह समाज सुधारक कहलाए गए। उस समय एक अंधविश्वास कायम था की काशी में मृत्यु होने वालों को स्वर्ग मिलता है और मगहर में मृत्यु होने पर नरक में

अंधविश्वास किया दूर

    लोगों में फैले इस अंधविश्वास को समाप्त करने के लिए कबीर दास जी पूरे जीवन काशी में रहे, लेकिन अंतिम समय में मगहर चले गए और वहीं उनकी मृत्यु हुई।

लोगों में विवाद

    कहा जाता है कि कबीर दास जी को हर धर्म के लोग मानते थे, इसलिए जब उनकी मृत्यु हुई, तो उनके अंतिम संस्कार को लेकर हिंदू व मुस्लिम दोनों में विवाद हो गया था

अंतिम संस्कार

    कहा जाता है कि इस विवाद के बीच जब शव से चादर हटाई गई तो वहां सिर्फ फूल थे। लोगों ने इन फूलों को आपस में बांट लिया और अपने-अपने धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार किया था।

    कबीर दास जी संत के साथ-साथ एक विचारक और समाज सुधारक भी थे। स्टोरी अच्छी लगी हो, तो लाइक और शेयर करें। अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com