लंबे समय तक शरीर के किसी अंग पर भार देकर बैठने या फिर कभी-कभी लगातार खड़े रहने पर शरीर में झनझनाहट महसूस होती है। ये कई गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है। आइए जानें आखिर क्यों होती है झनझनाहट-
विटामिन बी और ई की कमी
शरीर में विटामिन बी और ई की कमी नर्व और शरीर के अन्य भागों को प्रभावित करती है। पोषक तत्वों की कमी के कारण हाथ और पैरों में झनझनाहट होना शुरू हो जाती है।
दवाओं का साइड इफेक्ट
नर्व से जुड़ी समस्याएं प्रिसक्राइब्ड दवाइयों के साइड इफेक्ट के रूप में देखने को मिल सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर, एचआईवी और कई अन्य वजहों से भी झनझनाहट होती है।
शराब का अधिक सेवन
शराब का अधिक सेवन नर्व और टिशु को डैमेज कर सकता है। विटामिन बी 12 और फोलेट कम होने के कारण हाथों और पैरों में झनझनाहट होती है।
थायराइड की वजह से
हाइपोथाइरॉएडिज्म से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर हाथ और पैरों में झनझनाहट होने की शिकायत रहती है।
एक ही पोजीशन में बैठना
एक ही पोजीशन में लंबे समय तक खड़े या बैठे रहना। इस स्थिति में ब्लड सर्कुलेशन सही रूप से नहीं हो पाता और दबाव पड़ रही जगह पर झुनझुनाहट महसूस होती है।
नर्व और स्पाइन पर दबाब
नर्व और स्पाइन पर भी अधिक दबाव पड़ने से झुनझुनाहट हो सकती है।
जानवरों के काटने पर
जानवरों के काटने से भी शरीर में झुनझुनाहट शुरु हो जाती है। ऐसा कुत्ते के काटने से भी होता है।
क्या आपको भी शरीर में झुनझुनाहट होती है। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com