
हर लड़की की एक ही तो ख्वाहिश होती है... कि उनकी त्वचा हमेशा दमकती रहे। इसी चक्कर से महिलाओं के लिए ब्यूटी ट्रीटमेंट लेना और महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी हो जाता है। हालांकि ये चीजें आपको थोड़ी देर का ग्लो तो दे सकती हैं, लेकिन अगर आप हेल्थ और ग्लो साथ-साथ चाहती हैं तो वो इससे संभव नहीं है।
अगर आप अच्छा सेहतमंद खाना खाते हैं, तो उससे आपकी सेहत पर असर पड़ता है और ग्लो अपने आप चेहरे पर नजर आता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने आहार में क्या शामिल कर रही हैं उसका ध्यान रखें। न्यूट्शनिस्ट प्रीति त्यागी ग्लोइंग स्किन पाने के लिए आहार में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स लेने की सलाह देती हैं। आइए जानें ऐसे फूड्स के बारे में जो आपको खिला-खिला निखार दे सकते हैं।

पर्यावरण प्रदूषण, तनाव और खाद्य पदार्थों में प्रिजर्वेटिव का उपयोग हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स का उत्पादन बढ़ा देते हैं। फ्री रेडिकल्स मेटाबॉलिज्म का बाय-प्रोडक्ट होते हैं, जिनमें आपके सेल्स को नुकसान पहुंचाने की क्षमता होती है। इससे चेहरे पर झुर्रियां बनती हैं। शरीर में फ्री रेडिकल्स के डैमेज को रोकने के लिए एंटीऑक्सीडेंट की आवश्यकता होती है। ग्रीन टी, हाइली पिगमेंटेड फ्रेश फ्रूट्स, सब्जियां, कच्ची हल्दी आदि एंटीऑक्सीडेंट के अच्छे स्रोत होते हैं।
चेहरे की फर्मनेस मेंटेन करने वाले कंपोनेंट को कोलेजन कहते हैं, जो एक तरह का प्रोटीन ही होता है। अपर्याप्त प्रोटीन का सेवन कोलेजन के निर्माण में बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे रूखी और काली त्वचा, झुर्रियां और महीन रेखाएं विकसित हो सकती हैं। दैनिक प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अपने आहार में अच्छी मात्रा में हाई क्वालिटी वाले प्रोटीन जैसे अंडे, मीट, मछली, डेयरी प्रोडक्ट और पोल्ट्री प्रोडक्ट जरूर शामिल करें।

विटामिन-सी आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में दोहरी भूमिका निभाता है। यह फ्री रेडिकल के डैमेज लड़ने के लिए एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और महीन रेखाओं, शिकन और डेड स्किन के प्रोडक्शन को रोकता है। दूसरी ओर, यह प्रोटीन के साथ, कोलेजन निर्माण में साथ देता है और त्वचा को फर्म और जवां बनाए रखने में मदद करता है। आंवला, अमरूद, पपीता, संतरा, लाइम आदि जैसे फूड विटामिन-सी के सबसे समृद्ध स्रोत हैं, जिन्हें आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए रोजाना लगभग 3 लीटर पानी पीना जरूरी है। अपनी दिनचर्या में डिटॉक्स वॉटर, फ्रेश जूस, सूप को शामिल करें ताकि त्वचा को पर्याप्त पानी मिल सके और आपका चेहरा बेदाग दिखे।
इसे भी पढ़ें :स्टूडेंट्स की डाइट में जरूर शामिल करें यह फूड्स, रहेंगे एक्टिव और हेल्दी

विटामिन-ए एपिथेलियल हेल्थ मेंटेनेंस से जुड़ा है, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक होगा। विटामिन-ए की कमी से त्वचा वास्तव में खुरदरी हो सकती है। अपने आहार में विटामिन-ए की मात्रा को बनाए रखने के लिए अंडे की जर्दी, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियों जैसी चीजों का सेवन करें।
विटामिन-ई शरीर से फ्री रेडिकल्स को ब्लॉक करने का काम करता है, जो स्किन एजिंग में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। अगर हम फ्री रेडिकल्स से लड़ सकते हैं, तो हम झुर्रियों को कम कर सकते हैं और त्वचा को जवां बना सकते हैं। व्हीट जर्म ऑयल, नट्स और सीड्स विटामिन-ई से भरपूर होते हैं। अमृत का लाभ पाने के लिए इन्हें अपने आहार में शामिल करें। सोने सा निखार पाने के लिए आप इन फूड आइटम्स का सेवन करें।

इसे भी पढ़ें :हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं कार्बोहाइड्रेट युक्त फूड्स, जानें फायदे

इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करते समय, ऐसी कुछ चीजें भी हैं, जिन्हें आपको अपने आहार में कम से कम सेवन करना हैं। वे खाद्य पदार्थ हैं-
रिफाइंड आटा और चीनी : चीनी और मैदा का अधिक सेवन करने वाले लोगों में मुंहासे होने का खतरा 30% अधिक होने की संभावना होती है। रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का इंसुलिन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ाता है और इससे मुंहासे बढ़ सकते हैं।
फास्ट फूड : ज्यादातर फास्ट फूड में पोषक तत्व कम होते हैं और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे मुंहासों का खतरा बढ़ जाता है। ये खाद्य पदार्थ हार्मोन के स्तर को बदलने के लिए जिम्मेदार होते हैं और फास्ट फूड का नियमित सेवन मुंहासे के विकास से जुड़ा होता है।
ओमेगा -6 फैटी एसिड रिच फूड : ओमेगा-6 फैटी एसिड कम मात्रा में त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। हालांकि, ओमेगा -6 फैटी एसिड के अत्यधिक सेवन से सूजन की स्थिति और मुंहासे बढ़ सकते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन : दूध शरीर के इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने के साथ जुड़ा हुआ है। इसलिए जो लोग डेयरी प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन करते हैं उनमें मुंहासे होने की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है जो नहीं करते हैं।
डाइटरी फैक्टर के साथ-साथ किसी को अपने हार्मोनल असंतुलन, कॉस्मेटिक उपयोग और स्ट्रेस फैक्टर्स पर भी नजर रखनी चाहिए। ये सभी एक त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखने और आपको चमकती त्वचा देने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिसका आपने हमेशा सपना देखा है!
अपनी डाइट में इन सभी बातों का खास ख्याल रखें और आगे बढ़ें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: herzindagi & freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।