
यह वर्ष कामकाज, स्वास्थ्य, शिक्षा और दूरस्थ अवसरों पर विशेष प्रकाश डालेगा। जब वर्ष की शुरुआत में शनि सेवा, प्रतिस्पर्धा और दिनचर्या से जुड़े भाव को सक्रिय करेगा, तब जीवन में अनुशासन और व्यवस्था की माँग बढ़ेगी। उसके बाद गुरु का क्रमशः लाभ और व्यय भाव पर प्रभाव मित्रों, बड़े लक्ष्यों, विदेश, शोध और आध्यात्मिकता की खिडकियां खोलेगा। वर्ष के अंतिम हिस्से में राहु-केतु का बदलाव अध्ययन, संतान, रचनात्मकता और सामाजिक छवि में नया मोड़ ला सकता है।
स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष नियमित जाँच और सधी दिनचर्या की माँग करेगा। वर्ष की आरम्भिक अवधि में शनि की दृष्टि के कारण पेट, आँत, कमर तथा त्वचा से जुड़ी छोटी-छोटी शिकायतें बार-बार सामने आ सकती हैं, विशेषकर यदि भोजन समय पर न हो। जीवनशैली में घुला-मिला तनाव भी पाचन और नींद को प्रभावित कर सकता है। वर्ष के मध्य से जैसे-जैसे आप स्वयं पर नियंत्रण बढ़ाएँगे, पुरानी तकलीफें नियंत्रित होती दिखेंगी। हल्की कसरत, समय पर सोना, सादा भोजन, हर्बल काढ़ा और समय-समय पर चिकित्सकीय परीक्षण आपको पूरे वर्ष समर्थ बनाए रख सकते हैं।
यह वार्षिक राशिफल 2026 व्यापार में गणना, योजना और सूक्ष्म निरीक्षण से लाभ दिला सकता है। वर्ष की शुरुआत में प्रतिस्पर्धी व्यापारियों के बीच टिके रहने के लिए कार्य-प्रणाली, गुणवत्ता तथा समय पर आपूर्ति पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा। सेवा, लेखा-जोखा, सलाह-कार्यक्षेत्र, कोचिंग, वैद्यक, विश्लेषण, प्रकाशन या सूचना-संबंधी कार्यों से जुड़े लोग सूझ-बूझ से बड़ा ग्राहक वर्ग बना सकते हैं। वर्ष के मध्य भाग से मित्रों, संगठन और समूह-कार्य से जुड़े नए अनुबंध के संकेत हैं। वर्षांत में कुछ कन्या जातक अपने अनुभव के बल पर अलग पहचान वाली छोटी-सी स्वतंत्र इकाई या परामर्श-केंद्र शुरू करने का निश्चय कर सकते हैं।

वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार नौकरीपेशा जातकों के लिए यह वर्ष कड़ी मेहनत के साथ-साथ चयन परीक्षा, पदोन्नति और स्थान परिवर्तन के अवसर लेकर आएगा। आरम्भ में अतिरिक्त कार्य, लम्बी सूची और समय-सीमा के दबाव के बीच आपकी सूक्ष्म दृष्टि और धैर्य की परीक्षा होगी। स्वास्थ्य-सेवा, प्रशासन, संचार, लेखन, अनुसंधान, विश्लेषण और शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए यह समय विशेष रूप से सक्रिय दिखाई देता है। वर्ष के मध्य से वरिष्ठ अधिकारियों का विश्वास बढ़ने पर महत्त्वपूर्ण दायित्व मिल सकते हैं। वर्ष के उत्तरार्ध में कुछ जातक प्रतियोगी परीक्षा, स्थानांतरित पद या सरकारी सेवा जैसी दिशाओं में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं।
वार्षिक राशिफल 2026 संकेत देता है कि कन्या जातकों के लिए धन की स्थिति समझदार योजना से मज़बूत हो सकती है। वर्ष की शुरुआत में कामकाज से नियमित आय बनी रहेगी, परन्तु उपचार, दफ्तर, किराया, बच्चों की पढ़ाई और यात्रा पर व्यय अधिक हो सकता है। आप यदि प्रारम्भ से ही आय-व्यय की सूची बना कर चलेंगे तो ऋण से बचाव सम्भव है। वर्ष के मध्य भाग से मित्रों, सहयोगियों, समूह-कार्य और बड़े लक्ष्य से जुड़े स्रोतों से लाभ के अवसर खुलेंगे। वर्षांत तक छोटी-छोटी बचत, योजना-बद्ध निवेश, सोना-चांदी या दीर्घकालिक योजनाओं में उचित भागीदारी आपको भीतर से सुरक्षित होने का भाव दे सकती है।
वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार प्रेम जीवन में यह वर्ष स्पष्टता और सच्चाई की कसौटी लेकर आएगा। वर्ष के शुरुआती हिस्से में छोटी बातों को बड़ा बना लेने, अधिक विश्लेषण करने और तुलना करने की आदत संबंधों में दूरी पैदा कर सकती है। यदि आप मन की बात सहज तरीके से कहने का अभ्यास करेंगे तो गलतफहमियाँ जल्दी मिटेंगी। वर्ष के मध्य से कुछ कन्या जातकों का दिल किसी सहकर्मी, सहपाठी या समान सोच रखने वाले मित्र की ओर आकर्षित हो सकता है। वर्षांत की ओर, जब आप अपने लिए स्पष्ट निर्णय ले चुके होंगे, तब स्थिर और जिम्मेदार सम्बन्ध की दिशा में पक्के कदम उठाने की सम्भावना बढ़ जाएगी।
दांपत्य जीवन में व्यावहारिकता और संवेदनशीलता दोनों का संतुलन आवश्यक रहेगा। विवाहित जातकों के लिए वर्ष की शुरुआत में घरेलू काम, दफ्तर और स्वास्थ्य के बीच तालमेल बैठाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जिससे जीवनसाथी को उपेक्षा-भाव महसूस हो। यदि आप समय-सारिणी में साथ बिताए जाने वाले क्षणों को भी स्थान देंगे तो संबंध मजबूत होगा। वर्ष के मध्य से संयुक्त योजनाएं, जैसे बचत, बच्चों की पढ़ाई या यात्रा, आप दोनों को निकट ला सकती हैं।
प्रत्येक बुधवार हरी मूँग की दाल, धनिया या हरी सब्जी किसी जरूरतमंद को दें और “ॐ बुं बुधाय नमः” का जप करें; इससे समझ, वाणी और लेखन-कौशल सशक्त होते हैं।
शनिवार को तिल अथवा सरसों का तेल किसी धार्मिक स्थान पर अर्पित करें, श्रमिकों को भोजन कराएँ और अनावश्यक झगड़े से दूर रहें।
गुरुवार को पीले पुष्प, हल्दी या चने की दाल किसी ब्राह्मण या मंदिर में अर्पित करें तथा विद्यार्थियों की निःस्वार्थ सहायता करें।
समय-समय पर गणेश जी के सामने दूर्वा और मोदक चढ़ाकर “ॐ गं गणपतये नमः” का जप करें; इससे मन हल्का और मार्ग सुगम महसूस होगा।
प्रतिदिन या कम से कम सप्ताह में चार दिन व्यायाम, थोड़ी सैर और दिन में एक बार ताज़ा घर का बना सादा भोजन अवश्य लें। किसी भी रत्न या विशिष्ट अनुष्ठान से पहले व्यक्तिगत कुंडली दिखाकर ही निर्णय लें।
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यह वार्षिक राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है और यह चंद्रमा के नक्षत्र तथा राशि में होने वाले गोचर के सूक्ष्म विश्लेषण से तैयार किया गया है। यह जानकारी आचार्य नीरज धनकर, फाउंडर और सीईओ, Astro Zindagi द्वारा वेरीफाई की गई है।
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