हर काम का सही समय होता है। श्राद्ध में ब्राह्मण भोज करवाते समय भी आपको इसका खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे आपके पितृ प्रसन्न होते हैं। 11 सितंबर को चतुर्थी और पंचमी तिथि का श्राद्ध एक साथ पड़ रहा है। ऐसे में कई सारे लोगों के घरों में पंडित जी को भोज करवाया जाएगा, लेकिन आप इसे सही समय पर करवाएंगे तो इसका फल अच्छा मिलेगा। इसके लिए आप पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी जी द्वारा बताए गए आज दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त का ध्यान रखें। इससे आपके पितरों को शांति मिलेगी।
मुहूर्त का नाम |
मुहूर्त का समय |
शुभ | सुबह 05:55 बजे से 07:28 |
रोग | सुबह 07:28 बजे से 09:01 |
उद्वेग | सुबह 09:01 बजे से 10:34 |
चल | सुबह 10:34 बजे से 12:07 |
मुहूर्त का नाम |
मुहूर्त का समय |
अमृत | शाम 06:18 बजे से 07:45 |
चल | रात 07:45 बजे से 09:12 |
रोग | रात 09:12 बजे से 10:39 |
काल | रात 10:39 बजे से 12:06 |
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