aaj ka choghadiya 1 august 2025

Aaj Ka Choghadiya 1 August 2025: सावन दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा को खुश करने के लिए कर रही हैं विशेष अनुष्ठान, तो देखें आज दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त

आज के दिन धनिष्ठा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। आज के दिन सावन माह की दुर्गाष्टमी है। अगर आप आज के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना करना चाहती हैं तो ऐसे में आज का दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त देख सकती हैं।
Editorial
Updated:- 2025-08-01, 07:01 IST

1 अगस्त 2025 यानी कि शुक्रवार का दिन है। आज के दिन श्रावण शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। साथ ही, आज के दिन धनिष्ठा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा जो कि नए काम शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे। आज का दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए भी विशेष फलदायी रहेगा। आज के दिन सावन माह की दुर्गाष्टमी भी है। अगर आप आज के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना करना चाहती हैं तो ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स द्वारा बताया गया आज का दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त देख सकती हैं।  

 

आज का चौघड़िया मुहूर्त 1 अगस्त 2025 (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)

मुहूर्त का नाम मुहूर्त का समय
 चर (सामान्य)  सुबह 05:43 बजे से 07:24 बजे तक
 लाभ (उन्नति)  सुबह 07:24 बजे से 09:05 बजे तक
 अमृत (सर्वोत्तम)  सुबह 09:05 बजे से 10:46 बजे तक
 काल (हानि)  सुबह 10:46 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक

aaj ka chaughadiya muhurat 1 august 2025

मुहूर्त के अनुसार क्या करें?

चर (सामान्य): यह मुहूर्त यात्रा, वाहन खरीदने और गतिशील कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। इस दौरान किए गए कार्य में गति और सफलता मिलती है।

लाभ (उन्नति): यह मुहूर्त व्यापार, लेन-देन, शिक्षा और धन से संबंधित कार्यों के लिए बहुत शुभ होता है। इस दौरान किए गए कार्यों में लाभ मिलने की प्रबल संभावना होती है।

अमृत (सर्वोत्तम): यह सबसे शुभ चौघड़िया में से एक है। इसमें सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। नए व्यापार, गृह प्रवेश, और शिक्षा से जुड़े कार्यों के लिए यह उत्तम होता है।

काल (हानि): यह मुहूर्त अशुभ होता है और इसमें किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। यह विवाद, झगड़े और नुकसान का कारक माना जाता है।

1 अगस्त 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त

शुभ (उत्तम): दोपहर 12:27 बजे से 02:08 बजे तक, यह मुहूर्त शुभ कार्यों, जैसे धार्मिक अनुष्ठान, नए कार्य की शुरुआत, और मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता है। इस दौरान किए गए कार्य सफल होते हैं और शुभ फल देते हैं।

रोग (अमंगल): दोपहर 02:08 बजे से 03:50 बजे तक, इस मुहूर्त को अशुभ माना जाता है। इसमें किसी भी तरह के शुभ कार्य, यात्रा या नए व्यापार की शुरुआत से बचना चाहिए। यह अवधि बीमारी, विवाद और झगड़े का कारक मानी जाती है।

उद्बेग (अशुभ): दोपहर 03:50 बजे से 05:31 बजे तक, यह मुहूर्त भी अशुभ होता है और इसमें किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। इसे तनाव और चिंता का कारक माना जाता है।

चर (सामान्य): शाम 05:31 बजे से 07:12 बजे तक, यह मुहूर्त यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए शुभ होता है। इस दौरान किए गए कार्यों में गति और सफलता मिलती है।

आज रात का चौघड़िया मुहूर्त 1 अगस्त 2025 (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)

मुहूर्त का नाम मुहूर्त का समय
 रोग (अमंगल)  शाम 07:12 बजे से 08:31 बजे तक
 काल (हानि)  रात 08:31 बजे से 09:50 बजे तक
 लाभ (उन्नति)  रात 09:50 बजे से 11:09 बजे तक
 उद्बेग (अशुभ)  रात 11:09 बजे से 12:28 बजे तक

aaj ka chaughadiya 1 august 2025

मुहूर्त के अनुसार क्या करें?

रोग (अमंगल): इस अवधि में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह बाधाएं और परेशानियां ला सकता है।

काल (हानि): यह मुहूर्त भी अशुभ माना जाता है और इसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

लाभ (उन्नति): यह मुहूर्त व्यापार, लेन-देन और शिक्षा से संबंधित कार्यों के लिए बहुत शुभ होता है। इस दौरान किए गए कार्यों में लाभ मिलने की प्रबल संभावना होती है।

उद्बेग (अशुभ): यह मुहूर्त अशुभ होता है और इसमें तनाव या चिंता से जुड़े कार्यों से बचना चाहिए।

1 अगस्त 2025 रात के अन्य चौघड़िया मुहूर्त   

शुभ (उत्तम): रात 12:28 बजे से 01:46 बजे तक (2 अगस्त), रात का यह मुहूर्त शुभ कार्यों, जैसे धार्मिक अनुष्ठान, नए कार्य की शुरुआत, और मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता है।

अमृत (सर्वोत्तम): रात 01:46 बजे से 03:05 बजे तक (2 अगस्त), रात के समय का यह मुहूर्त अमृत के समान होता है और सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।

चर (सामान्य): सुबह 03:05 बजे से 04:24 बजे तक (2 अगस्त), यह मुहूर्त यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए शुभ होता है।

रोग (अमंगल): सुबह 04:24 बजे से 05:43 बजे तक (2 अगस्त), अगले दिन सूर्योदय से पहले का यह मुहूर्त भी अशुभ माना जाता है, इसमें किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए।

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image credit: herzindagi 

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