दक्षिण भारत देवताओं की भूमि के नाम से मशहूर है। यहां कई देवी-देवताओं का अति प्राचीन मंदिर भी है, जिसकी खूबसूरती आज भी कम नहीं हुई है। इसी सिलसिले में आइए जानें यहां के प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में-
रामनाथ स्वामी मंदिर
भगवान शिव को समर्पित है अति प्राचीन रमानाथ स्वामी मंदिर तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित है। यहां लोग अपने पितरों के लिए श्राद्ध या तर्पण करने आते हैं।
विरुपाक्ष मंदिर
कर्नाटक के हम्पी में स्थित विरुपाक्ष मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। साउथ के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक यह शिव मंदिर का निर्माण 7 वीं शाताब्दी में हुआ था।
अग्नेश्वर मंदिर
तमिलनाडु के कंजानूर में स्थित यह शिव मंदिर बेहद प्रचीन है। ऐसी मान्यता है कि इसी मंदिर में भगवान शिव औऱ माता पार्वती की शादी हुई थी, जिसके साक्षी ब्रह्मा जी थे।
कपालेश्वर मंदिर
8 वीं शताब्दी में पल्लवों द्वारा निर्मित यह मंदिर तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है। यहां देश ही नहीं दुनियाभर से लोग दर्शन के लिए आते हैं।
मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर
आंध्र प्रदेश के कृष्णा नदी के तट पर स्थित मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है। शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में श्रद्धालुओं की खूब भीड़ होती है।
श्री कोतिलिंगेश्वारा स्वामी मंदिर
कर्नाटक राज्य में स्थित यह शिव मंदिर बेहद विशाल है। इस मंदिर के प्रंगण में 1 करोड़ शिवलिंग है और शिवरात्रि के दिन यहां शिव विवाह का महाआयोजन होता है।
श्री वादाक्कुन्नाथान मंदिर
यह मंदिर केरल राज्य का सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर है। मान्याता के अनुसार इसे भगवान परशुराम ने बनवाया था। यहां दिन-रात घी का दीप जलता रहता है और उसी घी को प्रसाद के तौर पर ग्रहण किया जाता है।
आप भी भगवान शिव के अगर भक्त हैं तो इन मंदिरों का दर्शन करने एक बार जरूर जाएं। स्टोरी अच्छी लगी हो तो शेयर करें। ऐसी अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindaggi.com